
बाड़मेर। जिले के सेड़वा थाना क्षेत्र में मासूम बच्चों के साथ हैवानियत का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। हरपालेश्वर मंदिर परिसर स्थित ट्रस्ट के हॉस्टल में रहने वाले बच्चों पर अमानवीय अत्याचार किए जा रहे थे। आरोप है कि जो मासूम नींद में टॉयलेट कर देते थे, उन्हें गर्म सरिए से दागकर प्रताड़ित किया जाता था।
शनिवार (16 अगस्त) की रात एक बच्चा हॉस्टल से भाग निकला। उसके शरीर से खून बह रहा था और जगह-जगह दागने के निशान थे। ग्रामीणों ने बच्चे को परिजनों तक पहुंचाया। इसके बाद यह मामला उजागर हुआ। मंगलवार (19 अगस्त) को बच्चों के वीडियो सामने आने पर परिजन भड़क उठे और हॉस्टल के बाहर हंगामा किया।
आरोपी हिरासत में, 8 से 10 बच्चे शिकार
जानकारी के अनुसार, बच्चों ने बताया कि हॉस्टल में आध्यात्मिक शिक्षा देने वाला नारायणगिरी रात में उन्हें टॉर्चर करता था। करीब 8 से 10 बच्चों को गर्म सरिए से दागा गया है। बच्चों का आरोप है कि उनके साथ मारपीट भी होती थी और धमकाया जाता था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपी नारायणगिरी, निवासी भरतपुर, को हिरासत में ले लिया है।
पहले भी आई थीं शिकायतें
सारला सरपंच मोहनलाल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी शिकायतें आई थीं। लेकिन ट्रस्ट की बदनामी के डर से मामले को दबा दिया गया। अब उसी व्यक्ति ने बच्चों को बेरहमी से दागा और मारा-पीटा है।
ट्रस्ट चलाता है हॉस्टल
भारत-पाक बॉर्डर से महज 20 किमी दूर हरपालेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण वर्ष 2008 में हुआ था। तीन साल पहले मंदिर परिसर में आवासीय छात्रावास खोला गया। वर्ष 2022 में यहां 25 बच्चों का एडमिशन किया गया, जिनमें घुमंतु, आदिवासी, अनाथ और गरीब परिवारों के बच्चे शामिल हैं। यहां उन्हें शिक्षा के साथ पूजा-पाठ और आध्यात्मिक ज्ञान दिया जाता है।
सेड़वा थानाधिकारी दीपसिंह ने बताया कि बच्चों से मारपीट की शिकायत मिली थी। एक आरोपी को पूछताछ के लिए थाने लाया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
परिजनों और ग्रामीणों की मांग है कि बच्चों के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जाए।